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Hindi best shayri poetry latest 2023

डरती नही हू मैं जमाने की बददुआओं से,,
इल्जाम रखा है हमेशा खुद की वफाओं से,,

ना धोखा दिया किसी को कभी,,
ना दिल तोड़ा किसी का कभी,,

बस डर लगता है कही गुनेगार ना बन
 जाए अपनो की राहों में,,
और मरना चहते है अपनो की बाहों में..

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