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रोहतक। नगर निगम का निजीकरण बढ़ता जा रहा है।

 रोहतक।

नगर निगम का निजीकरण बढ़ता जा रहा है। पहले से निगम कचरा लिफ्टिंग से लेकर डोर टू डोर का कार्य निजी एजेंसी से करवा रहा है। अब महाराजा अग्रसेन पार्किंग की तर्ज पर आईसी कॉलेज व सेक्टर 14 व सेक्टर को जोड़ने वाला फुट ओवरब्रिज (एफओबी) भी पीपीपी मोड (पब्लिक-प्राइवेट पारटर्नशिप) में बनेंगे। जबकि जाट कॉलेज के सामने फुट ओवरब्रिज को मुख्यमंत्री की घोषणा के तहत मिली राशि से बनवाया जाएगा। क्योंकि नगर निगम के पास बजट का अभाव है। सोमवार को मेयर मनमोहन गोयल के कार्यालय में हुई नगर निगम हाउस की वित्त कमेटी की बैठक में यह निर्णय लिया। बैठक में निगम आयुक्त धीरेंद्र खड़कटा व दूसरे अधिकारी भी मौजूद रहे।





शहर में समस्याओं का अंबार लगा हुआ है। सड़कों की हालत खस्ता है और स्ट्रीट लाइटें कंडम पड़ीं हैं। गलियों के निर्माण से लेकर दूसरे विकास कार्य ठप पड़े हैं। तर्क दिया जा रहा है कि निगम के पास बजट का अभाव है। वित्त कमेटी की बैठक में निगम प्रशासन की तरफ से हाउस टैक्स के आंकड़े दिए गए। बताया गया कि चालू वित्त वर्ष 2022-23 में 55 करोड़ प्रॉपर्टी टैक्स वसूली का टारगेट रखा गया था, लेकिन अभी तक मात्र 8 करोड़ की रिकवरी हुई है, उसमें भी तीन करोड़ रुपये अकेले मारुति कंपनी की तरफ से जमा कराए गए हैं। ऐसे में सरकार से बात करके शहर के विकास कार्यों को गति देने व पीपीपी मोड से काम कराने का निर्णय लिया गया। बैठक में मेयर व निगम आयुक्त के अलावा सीनियर डिप्टी मेयर राजकमल सहगल, वित्त कमेटी के सदस्य वार्ड एक से पार्षद कृष्ण सहरावत, महिला पार्षद कंचन खुराना के पति पूर्व पार्षद अशोक खुराना और निगम की इंजीनियरिंग, अकाउंट, सफाई व टैक्स ब्रांच के अधिकारी भी मौजूद रहे।

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